था तुम्हें मैंने रुलाया! - हरिवंशराय बच्चन हा, तुम्हारी मृदुल इच्छा! हाय, मेरी कटु अनिच्छा! था बहुत माँगा ना तुमने किन्तु वह भी दे ना पाया! था तुम्ह…
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